लोहाघाट। जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा विभाग ने आम लोगों को प्राक्रतिक रूप से स्वस्थ,सुडौल,बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए इस अभियान में ग्रामीण क्षेत्रों में मिनी डाक्टरनी के रूप में पहचानी जाने वाली आशा कार्यकर्तियों के माध्यम से गांव गांव तक आयुर्वेद का संदेश पहुंचाने का माध्यम बनाया है। आज इस कार्यक्रम की शुरुआत जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा अधिकारी डा आनंद सिंह गोसाईं ने आशा कार्यकर्तियों के माध्यम से शुरू की। डा गोसाईं ने कहा राष्ट्रीय आयुष मिशन का बुनियादी लक्ष्य है कि लोगों को प्राकृतिक साधनों, संसाधनों के साथ योग,प्राणायाम,जड़ी बूटियों के माध्यम से हम कैसे स्वस्थ रह सकते हैं? इसके प्रति एक जन जागरूकता अभियान संचालित किया जा रहा है, जिसमें देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भावनाओं के अनुसार जिस प्रकार आयुर्वेद को आधुनिक ज्ञान विज्ञान से जोड़कर लोगों को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रखा जाए, इस भावधारा की आज आशा बहनें संवाहक बनने जा रही हैं। डा गोसाईं ने आशाओ को
प्रशिक्षित करते हुए कहा कि यदि आप गांव के लोगों को प्रधानमंत्री जी के इस अभियान से जोड़कर प्राकृतिक साधनों से लोगों को स्वस्थ जीवन देने में समर्थ होती हैं तो यह समाज के लिए आपका ऐसा बड़ा योगदान होगा जिसमें आपको भले ही धन न मिले लेकिन लोगों की ऐसी दुवाएं मिलेंगी जिसे पैंसो से नहीं खरीदा जा सकता। नोडल अधिकारी डॉक्टर सुधाकर गंगवार ने आयुष आरोग्य मंदिर में दी जाने वाली सुविधाओं, विभिन्न रोगों के कारण व प्राकृतिक रूप से उनके निवारण के भी महत्वपूर्ण टिप्स दिए। कार्यक्रम में लगभग पांच दर्जन आशाओं ने प्रतिभाग किया।