चंपावत। राजकीय अंगोरा शशक प्रजनन क्षेत्र में वर्ष 1986 – 87 में स्थापित किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य स्थानीय जनता को गौ-पालन के साथ-साथ स्वरोजगार प्रदान करने के लिए किया गया। आज के समय में अंगोरा शशक के ऊन काफी मांग है इसका उपयोग स्वेटर, शॉल इत्यादि बनाने के लिए किया जाता है जो कि महंगे दामों पर विक्रय की जाती है, वर्तमान में शशक पालन को मुख्यधारा से जोड़ने के साथ-साथ क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उपलब्ध जमीन पर मक्का तथा बहुउद्देश्य चारा घास उगाई जा रही है।
पशु चिकित्सालय चंपावत के चिकित्सकों ने बात करते हुए बताया की चंपावत में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए अंगोरा शशक पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
वही पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कोमल सिंह और डॉक्टर सुवर्णा भोज ने बात करते हुए कहा की शासन-प्रशासन अंगोरा शशक पालन को बढ़ावा दें जिससे कि बेरोजगार लोगों को रोजगार मिले और पर्यटन की दृष्टि से लोग हमारे क्षेत्र को देखें।