लोहाघाट। वैष्णो शक्तिपीठ सकल धाम महर-पिनाना के बैसाखी पूर्णिमा के अवसर यानी 23 मई को कपाट खुलते समय जिलाधिकारी नवनीत पांडे की उपस्थिति ने इस दिव्य स्थल के विकास के द्वार खोल दिए हैं। वैष्णव स्तोत्र मंत्रों एवं विशिष्ट विधि विधान से यहां होने वाली पूजा का यह धाम बैसाखी पूर्णिमा के दिन खुलता है। इसके बाद कार्तिक पूर्णिमा को मंदिर के कपाट बंद हो जाते हैं। जिलाधिकारी के भ्रमण के बाद इस स्थान को और रोशनी मिलने के साथ यहां के विकास करने की प्रशासनिक इच्छाशक्ति भी प्रबल हुई है। वैष्णो शक्तिपीठ की व्यवस्था से जुड़े भगीरथ जोशी के नेतृत्व में चार सदस्यीय शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिला तथा उन्हें ज्ञापन दिया। डीएम ने बताया कि सकल धाम को मंदिर माला में शामिल करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस स्थान को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए लोक निर्माण विभाग को आगणन बनाने के लिए निर्देशित किया जा चुका है। मंदिर को धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए जिला पर्यटन अधिकारी को प्रस्ताव देने के लिए कहा गया है। शिष्ट मंडल में शामिल रमेश जोशी, खिलानंद जोशी, रामदत्त जोशी का कहना है कि जिलाधिकारी ने काफी व्यस्तता के बावजूद उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना। मंदिर परिसर में सोलर लाइट लगाने की भी पहल की गई है। मंदिर कमेटी के लोगों का यह भी कहना था कि अब सकल धाम में लोगों की आवाजाही शुरू हो गई है। मंदिर को सड़क मार्ग से जोड़ने के बाद यहां बाहरी स्थानों से भी श्रद्धालुओं के आने का क्रम शुरू होगा। मंदिर कमेटी का कहना है की सकल धाम के विकास एवं तीर्थयात्रियों को सुविधाएं देने के लिए यदि यहां का मास्टर प्लान तैयार किया जाए तो उससे यहां के विकास एवं तीर्थयात्रियों को सुविधाओं दी जा सकती हैं।