देवीधुरा। समूचे देश एवं विश्व में सनातन की धवल पताका फहरा रहे वायु पुत्र हनुमान के अअन्य भक्त बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के इस विश्वव्यापी अभियान को और ताकत देने के लिए उन्हें राष्ट्रीय सनातन जागरण सेना के संस्थापक दीपक बिष्ट की पहल पर प्रख्यात कवि कमल आग्नेय द्वारा उन्हें बाराही धाम की मां बज्र बाराही की मूर्ति भेंटकर उन्हें यहां आने के लिए भी आमंत्रित किया है। श्री बिष्ट के अनुसार श्री रामकृष्ण की भूमि में जब-जब सनातन को कमजोर करने के प्रयास किए गए तब तब मनुष्य रूप में भगवान अवतरित होते आ रहे हैं युगावतार धीरेंद्र शास्त्री उन लोगों में हैं, जो बिना लाग लपेट के सनातन के ध्वजवाहक बनकर देश विदेश में सनातन को मानने वाले लोगों में नई ऊर्जा, शक्ति व सामर्थ्य पैदा कर रहे हैं।
देवीधुरा के बाराही धाम स्थित तीन विशाल शिलाओं के मध्य अनादिकाल से विराजमान मां बाराही में वज्र के समान इतना तेज एवं ओज है कि उनका उपासक भी जीवन क्षेत्र में उतना ही उर्जाशील एवं गतिमान बन जाता है। इसीलिए इन्हें मां बज्र बाराही भी कहा जाता है। श्री बिष्ट के अनुसार शीर्ष पद पर सेवा कर रहे हीरा बल्लभ जोशी को भी मां बाराही की ऐसी अनुभूत हुई कि वे एक माह पूर्व ही यहां विशाल विश्व शांति महायज्ञ आयोजित करने के वह निमित्त बने। जिसमें पहली बार ज्योतिरपीठ के शंकराचार्य जगतगुरु वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज सहित कई विद्वान संतों का यहां आगमन हुआ। अब वह दिन दूर नहीं जब पंडित धीरेंद्र शास्त्री जी महाराज को भी मां बाराही का बुलावा आएगा। इसी के साथ इस धाम से ही उत्तराखंड में सनातन के जागरण का शंखनाद होगा।