लोहाघाट। राजीव नवोदय विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक में जो अंदरूनी तथ्य सामने आए हैं उसे देखते हुए विद्यालय का स्पेशल ऑडिट करने के साथ विद्यालय की व्यवस्थाओं को सुचारु करने के लिए यहां से खंड शिक्षा अधिकारी को प्राचार्य पद से मुक्त कर उनके स्थान पर किसी जीआईसी के प्रधानाचार्य को कार्यभार सौपने की तात्कालिक आवश्यकता अनुभव की गई है। अभी तक सभी छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तके, स्कूल ड्रेस व अन्य जरूरी सामान न मिलना एक गंभीर विषय बन गया है। छात्रों के लिए खरीदी गई रजाई, गद्दे, तकिया जिन्हें 6 साल तक चलना है, उनके पांच महीने में ही चिथड़े निकल गए हैं। छात्राओं के लिए लाई गई दुपट्टो की घटिया क्वालिटी को देखते हुए प्रभारी प्राचार्य ने उन्हें बांटने से ही मना कर दिया है। आवासीय विद्यालय के लिए खरीदी गई सामग्री के लिए प्रभारी प्राचार्य द्वारा गठित की गई समिति को प्राचार्य द्वारा रद्द करने एवं विद्यालय में उपलब्ध सामान का रजिस्टर दबाए रखना, वित्तीय जानकारी या अभिलेख न देने आदि मुद्दों को लेकर शक की सुई बीईओ के पास जाकर रुक गई है। यही नहीं बीईओ द्वारा चार नियमित शिक्षकों का वेतन रोकने तथा शिक्षकों द्वारा इस कार्यवाही पर आपत्ति किए जाने से उन्हें 16 दिन बाद वेतन बहाल करने, प्रभारी प्राचार्य को वायर आईडी आईएमएफएस आईडी न दिए जाने के अलावा उन्हें नियमानुसार चार्ज न दिए जाने से कई सवाल पैदा हो गए हैं। इस संबंध में वीईओ (प्राचार्य) से जानकारी लेने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
13 मार्च 2023 को, विद्यालय के प्राचार्य गोपाल राम के सेवानिवृत होने के बाद यहां वरिष्ठ प्राध्यापक आरके मिश्रा को प्रभारी प्राचार्य का कार्यभार केवल मुंह जवानी दिया गया है। जबकि आहारण वितरण का अधिकार खंड शिक्षा अधिकारी को दिया गया था। बीईओ की कार्यप्रणाली विद्यालय परिवार को रास नहीं आ रही है। प्रभारी प्राचार्य समेत अन्य शिक्षकों, पीटीए अध्यक्ष समेत विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों का कहना है कि यहां के छात्र-छात्राओं व विद्यालय के हित में आहरण- वितरण का अधिकार जीआईसी,दिगालीचौंड़ के प्रधानाचार्य को दिया जाए। इसके लिए शीघ्र ही लोग जिलाधिकारी से भी मिलेंगे।