टनकपुर। मूसलाधार बारिश से टनकपुर बनबसा क्षेत्र में हुई तबाही का सीएम पुष्कर धामी ने स्थलीय निरीक्षण किया तथा प्रत्येक स्थान में प्रभावितों और पीड़ितों से मिलकर उन्हें भरोसा दिलाया कि आपदा की स्थिति में उत्तराखंड सरकार एवं जिला प्रशासन आपके पीछे चट्टान की तरह खड़ा है। सीएम प्रत्येक पीड़ित एवं प्रभावित लोगों से मिले तथा कहा हम सब मिलकर इस संकट की घड़ी को पार करेंगे। प्रत्येक पीड़ित परिवार को राहत पहुंचाने के साथ नुकसान की भरपाई करने के लिए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि बाढ़ प्रभावितों को सहायता देने में किसी प्रकार की लापरवाही न कर पूरी मानवीय संवेदना के साथ कार्य किया जाए। टनकपुर बनबसा क्षेत्र में हुए नुकसान का स्वयं जायजा लेते हुए सीएम ने कहा कि निकट भविष्य में यहां स्थाई ड्रेनेज सिस्टम तैयार कर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि हर प्रभावित परिवार को सरकारी सहायता से जोड़ा जाएगा। सीएम ने मौके में मौजूद कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत एवं जिलाधिकारी नवनीत पांडे से कहा कि प्रवाहित क्षेत्र में स्वयं कैंप करने के साथ क्षति का वास्तविक जायजा लेकर विभिन्न विभागों से क्षति के प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजें, जिससे शीघ्र भरपाई की जा सके। ड्रेनेज सिस्टम का प्रस्ताव भेजा जाए। सीएम का कहना था कि हमें ऐसे सुरक्षा उपाय करने हैं, जिससे भविष्य में लोगों को ऐसी विभीषिका से न गुजरना पड़े। उन्होंने एनएचपीसी के अधिकारियों से कहा कि अलर्ट घोषित करने के बाद ही पानी का डिस्चार्ज करें।
सैलानीगोठ स्थित राहत कैंप से लोगों को शीघ्र राहत देने के साथ प्रत्येक पीड़ित को उन्होंने सहायता देते हुए कहा कि उनकी हर प्रकार की मदद के लिए सरकार उनके सामने खड़ी है। इस अवसर पर लोगों का कहना था कि सिंचाई विभाग द्वारा किए गए बाढ़ सुरक्षा उपायों के कारण उन्हें इस दफा कम नुकसान हुआ है। इसी प्रकार के उपाय अन्य स्थानों में भी किए जाएं। सीएम ने किरोड़ा नाले से बाटना गाड़ तक सड़क को ठीक करने के साथ पूर्णागिरि आने वाले तीर्थ यात्रियों को पूरा सम्मान,सुरक्षा व सुविधाएं दी जाएं। लगातार विद्युत एवं पोऐजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने मुख्यमंत्री को जिले में हुए नुकसान की जानकारी देते हुए कहा कि अभी तक एक व्यक्ति की मौत सत्रह मवेशियों के बहने, दो भवनों को पूर्ण नुकसान तथा 42 भवनों को आंशिक क्षति पहुंची है तथा सभी प्रभावितों का पुनर्वास किया जा चुका है। सीएम के दौर में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, डीआईजी योगेंद्र रावत, डीएम नवनीत पांडे, एसपी अजय गणपति एवं सीडीओ संजय सिंह के अलावा भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे। बाद में मुख्यमंत्री के जाने के बाद जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने घस्यारी मंडी व सैलानीगोठ में जाकर घर घर पीड़ितों का हाल चाल जाना तथा उन्हें हरसंभव सुविधाएं देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।