बाराही धाम में शहीद नंदन चम्याल की प्रथम पुण्यतिथि में किया गया उनका भावपूर्ण स्मरण।
देवीधुरा। देवीधुरा में आइटीबीपी के शहीद सूबेदार नंदन सिंह चम्याल की प्रथम पुण्यतिथि पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। स्थानीय राजकीय इंटर कालेज परिसर में शहीद के स्मारक में आईटीबीपी की 36 वी वाहिनी के कमांडेंट डीपीएस रावत के नेतृत्व में हिमवीरो ने पुष्प चक्र अर्पित कर सलामी दी तथा 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की ।कमांडेंट रावत ने कहा 84 लाख योनियों के बाद मनुष्य जीवन में आता है। मनुष्य के पैदा होते ही उसके जीवन का संघर्ष शुरू हो जाता है ।हर व्यक्ति जीवन में महान बनना चाहता है लेकिन ईश्वर ऐसे कम ही लोगों को अवसर देते हैं जो राष्ट्र के लिए जीते हैं और राष्ट्र के लिए ही अपने प्राणों की आहुति देते हैं ।ऐसे भाग्यशाली महान लोगों की आत्मा के लिए परमात्मा के यहां विशेष स्थान होता है। यह नियति का ऐसा चक्र है कि भाग्यवान लोगो ही देश के लिए मर मिटने का ऐसा अवसर उन्हें मिलता है जिनके शहादत के बाद भी सारा राष्ट्र उनकी जावाजीं के गीत गाता रहता है।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख सुमन लता, प्रधानाचार्य दिनेश जोशी , बाराही संस्कृत विद्यालय के प्राचार्य कीर्ति शास्त्री ,शहीद के पिताश्री लाल सिंह चम्याल, अनुज त्रिभुवन चम्याल , पुत्र चेतन एवं पवन ,दीपक बिष्ट परिवर्तन, प्रकाश महारा, प्रकाश जोशी ,राजू बिष्ट, गिरीश सिंघवाल, ग्राम प्रधान ईश्वर बिष्ट, तारा सिंह चम्याल, मोहित सिंघवाल, दीपक राणा, विनोद कठायत,नवीन सोराड़ी, बृजमोहन जोशी, रमेश राम ,नरेंद्र सिंह, नवीन ढेक, नरेंद्र गोस्वामी, आदि प्रमुख लोगों ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी। बाद में कमांडेंट रावत शहीद के पखोति गांव गए जहां उन्होंने शहीद की वीरांगना निर्मला चम्याल माताश्री कलावती चम्याल के प्रति आईटीबीपी के हिमविरो की ओर से अपना सम्मान व्यक्त किया तथा देर तक शहीद के परिजनों के बीच रहे। उन्होंने आंचालिक भाषा में परिवार का हाल-चाल जाना साथ ही परिवार के किसी भी सुख दुख में हिमवीरो के सदा उनके साथ रहने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई ।इस अवसर पर उन्होंने आईटीबीपी की ओर से स्मृति चिन्ह स्वरूप शहीद की वीरांगना को भेंट किया।