चंपावत । प्रसिद्ध मानेश्वर धाम के पूर्णागिरी मंदिर परिसर में आज आइटीबीपी एवं वन विभाग द्वारा “धरती माता के आंचल को हरा भरा करने ” के अभियान का शुभारंभ किया गया। जिलाधिकारी मनीष कुमार की पहल पर मॉडल जिले के वन विहीन क्षेत्रो को बनाछादित एवं सूखते जल स्रोतों को सदाबहार करने की इस पहल का शुभारंभ मानेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धर्म राजापुरी जी महाराज ने यहां पूर्णागिरी मंदिर परिसर में डीएफओ नवीन चंद्र पंत एवं आईटीबीपी के कमांडेंट संजय कुमार ने पानी के पोषक पौधों का रोपण कर अभियान की शुरुआत की । पहले जिलाधिकारी द्वारा इस कार्यक्रम की शुरुआत की जानी थी लेकिन अपरिहार्य कारणों से वह शामिल नहीं हो पाए अलबत्ता उन्होंने अपने संदेश में आईटीबीपी एवं वन विभाग के अधिकारियों व हिमवीरों का स्वागत करते हुए कहा कि वह इतने बड़े अभियान का हिस्सा बन रहे हैं जिसमें भावी पीढ़ी को शुद्ध हवा, पानी तथा पर्यावरण के बीच उन्हें जीने का अवसर मिलेगा । इस अवसर पर ढाई सौ से अधिक पौधों का रोपण किया गया । आईटीबीपी के कमांडेंट ने कहा कि भावी पीढ़ी के लिए हम जो विरासत छोड़ जा रहे हैं उसको सुरक्षित रखना हम सब की प्राथमिकता होनी चाहिए। इस अभियान में लोहाघाट के वनक्षेत्राधिकारी एनडी पांडे चम्पावत के दिनेश चंद्र जोशी बंद दरोगा मोहित
चोडाकोटी, आनंद गिरि , आचार्य रमेश चंद्र पांडे के अलावा आइटीबीपी के सहायक सेनानी गौरव कुमार ,इंस्पेक्टर गोपाल वर्मा ,मुन्नालाल समेत तमाम हिमवीरों व खूनाबोहरा गांव की महिलाओ ने वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लिया। मानेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धर्म राजापुरी महाराज ने डीएफओ, आईटीबीपी के कमांडेंट सहायक सेनानी एवं दोनों रेंजरों को शाल ओढ़ाकर उन्हें रुद्राक्ष की माला पहनाते हुए गीता के कर्म योग की पुस्तक भेंटकर उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सभी रोपिद पौध भगवान महादेव को समर्पित किए गए हैं तथा इसकी सत प्रतिशत सुरक्षा का उन्होंने सभी को संकल्प दिलाया
जब पौध लगाते समय अवतरित हो गई मां भगवती।
चम्पावत । मानेश्वर धाम के पूर्णागिरी मंदिर परिसर में उस समय वातावरण आस्था व विश्वाश में परिवर्तित हो गया जब पौधारोपण करते समय खूनाबोरा गांव की महिलाओं के साथ आई देव डांगर गोदावरी देवी में एकाएक मां पूर्णागिरी अवतरित हो गई तथा सभी लोग का ध्यान उनकी ओर आकर्षित हो गया तथा उन्होंने सभी को इस शुभ कार्य के लिए अपना आशीर्वाद दिया। मानेश्वर धाम के पीठाधीश्वर ने इस पल को सभी के लिए अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि जो पुण्य कार्य को जिस भावना से जो आप लोग कर रहे है उसे मां भगवती ने स्वीकार कर अपना आशीर्वाद दिया है ।



