चंपावत। जिला चिकित्सालय में दाखिल रोगियों को कल रात उस समय सुखद आनंद की अनुभूति हुई,जब उनका आत्मीयता के साथ हाल-चाल जानने वाला और कोई नहीं जिले के नए डीएम मनीष कुमार है। चिकित्सालय के डॉक्टरो व अन्य कर्मियों को लगा कि उन्हें भी अब कोई देखने वाला तथा मरीजों को लगा कि अब उनकी सुध लेने वाला नया जिलाधिकारी आ गया है। जिन्हें आए हुऐ केवल एक हफ्ता ही हुआ है। और उन्होंने जिले में अपनी नई जवाबदेह ऐसी कार्य संस्कृति की शुरुआत की है जिससे लोगों को लगने लगा है कि अब उनके भी दिन फिरने वाले हैं। गुरुवार की रात को जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण करने का उद्देश्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की कार्य संस्कृति को और अधिक जवाबदेह बनाना था। डीएम का साफ कहना था कि अस्पतालों का स्वरूप ऐसा हो जहां लोग विश्वास के साथ आए कि वहां से ठीक होकर जाएंगे। रोगों से ग्रसित व्यक्ति एवं उनके तीमारदार मुरझाए हुए चेहरे लेकर जब अस्पताल में दाखिल होते हैं ओर प्रसन्न मुद्रा में “धन्यवाद डॉक्टर साहब” कहकर जाए तो यही हमारी कार्य संस्कृति होनी चाहिए। मरीज को लेकर ही अस्पताल का वजूद होता है। इसके एवज में ही स्वास्थ्य महकमा को सम्मान से जीने का अवसर मिलता है। यदि इसी मरीज को बेहतर एवं विश्वसनीय उपचार न मिले तो इससे बड़ा दुर्भाग्य दूसरा कोई नहीं हो सकता। जबकि शासन उन्हें स्वस्थ रखने के लिए हर प्रकार की सुविधा दे रहा है। यदि रोगी पूर्ण संतुष्ट होकर लौटता है तो हमें खुशी होनी चाहिए कि हमारे कारण रोगी को नया जीवन मिला है। हालांकि सीएमओ देवेश चौहान के आने के बाद जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं में काफी बदलाव देखा गया है। यही वजह थी वह डीएम के सामने रोगियों की ओर बेहतर सेवा के लिए और संसाधनों की मांग करना का साहस कर सके। उन प्रस्तावो को डीएम ने मौके में ही स्वीकृत कर दिया। डीएम के इस निरीक्षण से जिला अस्पताल की कार्य संस्कृति में और बदलाव आने की लोग उम्मीद कर रहे है।
उधर डीएम की “क्विक एक्शन” की कार्य संस्कृति ने लोगों के भविष्य के उम्मीदों को जगा दिया है। अब कौन विभाग जनता के लिए क्या कर रहा है? उसकी समीक्षा फाइलों में नहीं बल्कि जनता ही इसका प्रमाण पत्र देगी। जनता से जितना अधिक संवाद होगा उतनी ही जन शिकायतों का स्वर धीमा पड़ता जाएगा। डीएम ने साफ कर दिया है कि उन्हें हर विभाग के आंकड़े नहीं परिणाम चाहिए। यही चंपावत को मॉडल जिला बनाने की कार्य संस्कृति होगी। जिसमें हर कार्य समयबद्ध तरीके से संपन्न कराए जाएंगे। इस अवसर पर सीडीओ डॉ जी एस खाती, सीएमओ डॉ देवेश चौहान, चिकित्साअधीक्षक समेत अन्य डॉक्टर भी मौजूद थे। हर क्षेत्र में टॉप में रहना चाहिए मॉडल जिला हर सोमवार दो घंटे आम लोगों से सीधा संवाद करेंगे जिलाधिकारी चंपावत। सरकार जनता के द्वार की अवधारणा को जिलाधिकारी मनीष कुमार प्रत्येक सोमवार को जिला मुख्यालय में सुबह 11:00 बजे से 1:00 बजे तक आम लोगों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं को मौके में है हल करेंगे। इस मौके पर जिले के सभी अधिकारी मौजूद रहेंगे।
