लोहाघाट। होम्योपैथी चिकित्सा की ओर नगर तथा ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का लगातार रुझान बढ़ता जा रहा है। एक महिला को सही इलाज मिलने के बाद उसकी चर्चा अन्य महिलाओं से किए जाने से अन्य महिला इस ओरआकर्षित होती जा रही है। इस पैथी से इलाज कराने पर मात्र दो रुपए की पर्ची बनानी पड़ती है तथा यहां हर प्रकार के रोगों की दवाई भी मिल जाती हैं। लोहाघाट मैं होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी के रूप में डा उर्मिला बिष्ट के आने के बाद से तो यहां महिला रोगियों की तादाद काफी बढ़ गई है। सावित्री, जानकी, श्वेता, रुकमणी, बबीता आदि महिलाओं का कहना था कि उन्हें उनकी सहेलियों से इस बात की जानकारी मिली की होम्योपैथी का इलाज बहुत अच्छा है तथा इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। यहां अधिकतर दवाए अस्पताल में ही मिल जाती है।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ बिष्ट का कहना है कि होम्योपैथी की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने वाली दवा आर्सेनिक एल्बम-३० काफी प्रभावी सिद्ध हुई है। कोरोनाकाल मैं तो इस दवा ने गजब का असर दिखाया। विभाग द्वारा नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर लगाकर लोगों का जो उपचार किया गया जा रहा है उससे यहां रोगियों की तादाद में लगातार इजाफा आता जा रहा है। इसी प्रकार दमा,श्वास,पेट संबंधी रोगों आदि सभी रोगों में होम्योपैथिक दवाइयां कारगर साबित होती है। जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक नगर कोटि के अनुसार होम्योपैथिक चिकित्सा की ओर लोगों का रुझान वास्तव में बढ़ता जा रहा है तथा नई चिकित्सालय खोलने की भी ग्रामीण क्षेत्रों से मांग आती रही हैं।