लोहाघाट | उत्तराखंड श्रमविभाग के अधीन काम करने वाला भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी की छवि को धूमिल करने मे लगा हुआ है | पहले यह विभाग कांग्रेसी शासन के दौरान हरक सिंह रावत के पास हुआ करता था | इसमें शुरू से ही भ्रष्टाचार की बू आया करती थी |सत्ता परिवर्तन के बाद पुराने ढर्रे में ही चले आ रहे अधिकारियों ने न तो अपनी संस्कृति बदली है न प्रवृत्ति | इसका नतीजा यह निकला है कि कामगारों,श्रमिकों एवं अन्यान्य गरीब लोगों को दी जाने वाली सिलाई मशीने,सोलर लालटेन,टूलकिट आदि की गुणवत्ता एकदम निम्न स्तर की है |यही नही कामगारों के बच्चों को छात्रवृत्ति, विवाहोपरान्त,मरणोपरान्त,प्रसूति आदि के लिए जो सहायता दी जाती है उनसे पात्र व्यक्ति तो तापते रह गये हैं| सामर्थ्यवान लोग उसका लाभ उठा रहे है|विभाग का आलम यह है कि विभागीय अधिकारी इन कार्यक्रमों के बारे में लोगों को जानकारी तक नही देते है |नतीजन वह लोग ही इसका फायदा उठा रहे है जो विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के संपर्क में रहते है,जिसे विभागीय कार्यक्रमों की जानकारी रहती है |
उन्हें इन घटिया सामानों को लाने के लिए अपने गांव से टनकपुर जाना पड़ता है, जिसमें उन्हें काफी धन एवं समय बर्बाद करना पड़ रहा है,जबकि वहा से मिलने वाले सामान की क्वालिटी इतनी घटिया है कि लोग उसका उपयोग करने के बजाय सीधे अपने घरों मे रखकर सरकार को कोस रहे है |सामान लेकर लौटे गोपाल राम,सुन्दर राम,मोहन चंद्र,लता पांडे,रेखा देवी,पुष्कर राम,ललिता पांडे आदि का कहना है कि अब वे इस सामान को मुख्य मंत्री को लौटाने की तैयारी कर रहे है,जिससे उन्हें यह मालूम हो सके की उनके अधीन विभाग में कैसा गोरखधंधा चल रहा है?
सामाजिक कार्यकर्त्ता मोहन चंद्र पान्डेय का कहना है कि विभागीय सामान की क्वालिटी को देखते हुए ऐसा लगता है कि इनकी खरीद-फरोख्त में व्यापक हेरा फेरी की गयी है |यह एक गंभीर जांच का ऐसा विषय है जो सीधे मुख्य मंत्री की बेदाग छवि को धूमिल करने का एक सोचा समझा प्रयास लोग मान रहे है |
