चंपावत। मुख्यमंत्री के मॉडल जिले में पंचायती चुनाव में भाजपा को शानदार सफलता मिली है।पार्टी द्वारा हालांकि 15 सदस्यीय जिला पंचायत की 13 सीटों में प्रत्याशी अधिकृत किए गए थे। जिसमें दो सीटे रिक्त रखी गई थी। लेकिन चुनाव परिणाम में भाजपा जिला अध्यक्ष गोविंद सामंत 14 सीटों पर भाजपा के पक्ष में सदस्यों के होने का दावा कर रहे है। क्षेत्र पंचायत सदस्यो में अधिकांश भाजपा की संस्कृति में पले लोग भी विजई होकर आए हैं। जिससे चारों ब्लॉको में ब्लॉक प्रमुखों की कुर्सी में भाजपा कार्यकर्ताओं का बैठना तय माना जा रहा है। मुख्यमंत्री धामी की पहचान एक विकास पुरुष, धर्म रक्षक, संस्कृति एवं संस्कृत की रक्षक,युवाओं को दिशा देने वाले सच्चे साथी के रूप में होने से राजनीतिक दृष्टि से उनके सामने कांग्रेस के पनपने के दूर तक कोई आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं। लेकिन उनके लिए चुनौती वह लोग बने हुए हैं,जो भाजपा में रहते हुए उसी को चूना लगा रहे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री द्वारा मॉडल जिले में लोगों की तकदीर व जिले की तस्वीर बदलने के लिए जो प्रयास किया जा रहे हैं। उसे देखते हुए उन्होंने आमजनमानस ने दिल में अपना स्थान बनाया है। लेकिन समय रहते पार्टी को चूना लगाने वालों के लिए तो एक बार डीडीटी का छिड़काव किया जाना समय की जरूरत तो बनी हुई है।
नए ग्रामीण जनप्रतिनिधियों को नई सोच के साथ ग्रामीण क्षेत्र के विकास करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा तो उनका मार्गदर्शन किया जा रहा है। जिला प्रशासन भी उन्हें पंचायती राज का प्रशिक्षण देकर उन्हें उनके कर्तव्य व अधिकारों की जानकारी देने के साथ एक “मॉडल विलेज” का निर्माण कैसे किया जाए? विकास कार्यों की डुप्लीकेसी को रोकने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत की संपत्ति का लेखा-जोखा रखने, ग्राम सभा की पहली बैठक में ग्रामीणों की सत प्रतिशत उपस्थिति में गांव के विकास का रोड मैप तैयार करने, इन बैठकों में जिला स्तर के अधिकारियों व वीडियो की उपस्थिति, ग्राम पंचायत के भवनों को “ग्रामीण मिनी सचिवालय” की ऐसी शक्ल देगे।जहां गांव के विकास से जुड़े सभी अधिकारी एक ही स्थान में “गांव की समस्याओ का गांव में ही समाधान” कर सके आदि तमाम बिंदुओं पर होमवर्क शुरू हो गया। जिलाधिकारी मनीष कुमार का मानना है कि चंपावत जिले की भौगोलिक, सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति को देखते हुए यहां “मॉडल विलेज” की परिकल्पना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगी।
