दावाग्नि से वनों को बचाने की भिंगराड़ा से हुई पहल। पिरुल से बनेंगे ईंधन के ब्रिकेट्स।
लोहाघाट। वनाग्नि के मुख्य कारक पिरूल को अब ग्रामीण अर्थव्यवस्था का एक और सशक्त माध्यम बनाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत लधिया घाटी के भिंगराड़ा गांव से की गई है।…
सच वही जो हमने कहा
लोहाघाट। वनाग्नि के मुख्य कारक पिरूल को अब ग्रामीण अर्थव्यवस्था का एक और सशक्त माध्यम बनाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत लधिया घाटी के भिंगराड़ा गांव से की गई है।…