Tag: कथा सुनने की सार्थकता तभी है जब हम सब वेदों के तत्वों का आत्मसात करें-कथा व्यास।

कथा सुनने की सार्थकता तभी है जब हम सब वेदों के तत्वों का आत्मसात करें-कथा व्यास।

खेतीखान। तल्लाकमलेख धूनाघाट के भूमिया मंदिर में आयोजित हो रहे श्रीमद भागवत कथा के पंचम दिवसीय कथा सुनने बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूर-दराज से पहुंचे। वैदिक विधि-विधान और सनातन परंपरा…

NEWS

error: Content is protected !!