चंपावत। मॉडल जिले में एनसीसी की बटालियन खुलने से सीमांत एवं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिले के छात्र-छात्राओं की एनसीसी में भाग लेकर देश सेवा करने की इच्छा को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूरा कर दिया है। यहां चंपावत जिला स्थापित होने के बाद से ही एनसीसी बटालियन खोलने की लगातार मांग की जा रही थी। जिले में वर्तमान में 62 जीआईसी, 23 प्राइवेट इंटर कॉलेज तथा दो राज्य सहायता प्राप्त इंटर कॉलेज है इसी प्रकार 43 राजकीय हाई स्कूल, चार प्राइवेट व पांच राज्य सहायता प्राप्त हाईस्कूल है। एनसीसी के बी व सी सर्टिफिकेट की कैरियर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। यहां तक की सेना में ऑफिसर बनने के लिए सी सर्टिफिकेट उत्तीर्ण कैडिट को लिखित परीक्षा में छूट मिलती है। जबकि निजी क्षेत्र में 10 से 15 अतिरिक्त अंकों की वरियता मिलती है। इसी प्रकार इस सैनिक बाहुल जिले के छात्र-छात्राएं एनसीसी के माध्यम से अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। लेकिन यहां एनसीसी बटालियन न होने के कारण वह आज तक इसका दंस झेलते आ रहे थे।
वर्तमान में जिले के उच्च शिक्षा केंद्रों में मात्र लोहाघाट पीजी कॉलेज में ही एनसीसी यूनिट है। जबकि जीआईसी लोहाघाट में सीनियर व जूनियर डिवीजन, जीजीआईसी में बालिका, जीआईसी पाटी, चौमेल एवं राजीव नवोदय विद्यालय लोहाघाट के अलावा चंपावत जीआईसी, जवाहर नवोदय विद्यालय एवं यूनिवर्सल पब्लिक स्कूल में ही एनसीसी की यूनिटें कार्यरत है। जबकि जिले के अन्य सभी महाविद्यालय समेत दर्जनों इंटर कॉलेज में एनसीसी यूनिट खोलने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। वर्तमान में एनसीसी के यूके 80 बटालियन पिथौरागढ़, बिजनौर बटालियन से ही यहां की यूनिटें संचालित की जाती है।
लोहाघाट। राजकीय पीजी कॉलेज के एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ कमलेश सक्टा के अनुसार चंपावत जिले में एनसीसी बटालियन खुलने से यहां के छात्र छात्राओं के बेहतर कॅरियर बनाने के नए द्वार खुल गए हैं। यहां एनसीसी बटालियन की लंबे समय से मांग की जा रही थी। जिसके लिए सभी छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा के प्रति अपना आधार व्यक्त किया है ।