चम्पावत। पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के सफलता से जहाँ पूरे देश में दिवाली जैसी ख़ुशियाँ मनाई जा रही है, दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी जी की क्षमता एवं दूरगामी सोच की परीक्षा लेने उन्हें अपने बयानों से उनकी प्रतिष्ठा को गिराने की कोशिश करने वाले लोगो के चेहरो की मुस्कान ही उड़ गई है। आज देश के लोगो के सामने उन राजनीतिक दलों एवं भीतरघातियों की पहचान का ऐसा मौक़ा है जो किसी भी समय राष्ट्र को कमजोर करने का मौका नहीं छोड़ते है। भाजपा के प्रांतीय प्रवक्ता राजेश बिष्ट के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले बदले हुए भारत का यही लक्ष्य रहता है कि “हमे छेड़ोगे तो हम तुम्हें छोड़ेंगे नहीं”।
वो बीते समय की बात जो गई जब 93 हज़ार पाक सैनिकों का समर्पण करने के बाद तीन साल तक उन्हें भारत में ही पालपोस कर उन्हें सुडौल बनाने के बाद बिना शर्त लौटा दिया गया था। यदि आज मोदी जी के समय में ऐसा हुआ होता तो पीओके को भारत में शामिल करने के बदले उन्हें छोड़ा जाता। बिष्ट का कहना है की आज अपना घर-बार छोड़कर राष्ट्र की अस्मिता व हमारी सुरक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डालने वाले उन जवानों के त्याग का उन लोगो पर कितना असर पड़ेगा? जो छोटे मोटे काम के लिए दफ्तरों में जाने पर उनसे घूस मांगते है, उन्हें कोई महत्व ही नहीं दिया जाता है। उनको तथा उनके परिवारों को जो सम्मान मिलना चाहिए, वह उन्हें नहीं मिलता है। जबकि वे हमारे लिए ही अपना जीवन दाव पर लगा रहे है।