देवीधुरा। वर्ष भर ताम्रपेटिका में विराजमान मां बाराही, मां महाकाली, मां सरस्वती की मूर्तियों को आज पुजारी बाहर निकालकर अपनी आंखों में काली पट्टी बांधकर उन्हें स्नान कराने के साथ नए परिधान पहनाते हैं। ऐसी मान्यता है कि मांबाराही में बज्र के समान ऐसा तेज होता है कि उन्हें आज तक किसी ने खुली आंखों से नहीं देखा। जिसने यह दुस्साहस किया, उसकी आंखें सदा के लिए चौंधिया गई ।