चंपावत। चंपावत जिले को उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड से पांच आयुर्वेदिक चिकित्सक मिले हैं जिनमें तीन इस वर्ष पीजी की अंतिम वर्ष की परीक्षा देंगे। इस प्रकार जिले के 27 आयुर्वेदिक चिकित्साल्यों में 26 में आयुर्वेदिक डॉक्टर तैनात हो गए हैं। चौड़ाकोट वैलनेस सेंटर में फिलहाल बर्दाखान के चिकित्सक को सम्बद्ध किया गया है। नए आए चिकित्सकों में डॉ इकरार खान, बाल रोग में डॉ भास्कर मेदिरत्ता, छार – सूत्र पद्धति में एमडी कर रहे हैं। इसी प्रकार डॉ दीपक पवार भी एमडी कर रहे है। जिन्हें क्रमशः रौशाल, रैगांव, मडलक के चिकित्साल्यों में नियुक्त किया गया है। डॉ सुमन कनौजिया को चंपावत नगर तथा डॉ देवेंद्र प्रसाद को तामली चिकित्सालय में तैनाती दी गई है।
जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा अधिकारी डॉ आनंद सिंह के अनुसार टनकपुर में पहला 50 शैयांओ का आयुर्वेदिक चिकित्सालय स्थापित किया जा रहा है। जिसका लगभग 15 करोड रुपए लागत से भवन का निर्माण किया जाएगा। जिसमें दो करोड रुपए अवमुक्त भी किए जा चुके हैं। भवन का मुख्यमंत्री जी द्वारा शिलान्यास भी किया जा चुका है। चंपावत नगर में 10 बेंड का आयुर्वेदिक चिकित्सालय को स्थापित करने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के बाद लोग आयुर्वेद के काफी निकट आए हैं। जिले में तकनीकी स्टाफ की तैनाती के साथ यहां छार – सूत्र, पंचकर्म, मर्म चिकित्सा आदि सुविधाए उपलब्ध करने के साथ आयुर्वेद के पुरातन ज्ञान के साथ आधुनिक चिकित्सा विज्ञान का समावेश कर ऐसे सभी प्रयास किए जाएंगे जिससे लोगों को बगैर साईड इफेक्ट के सस्ते में आरोग्य मिल सके। इसके अलावा आयुर्वेदिक चिकित्सालयों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर उपलब्ध जड़ी बूटियां एवं गोमूत्र के बारे में भी लोगों को जानकारी दी जाएगी।