लोहाघाट। बाराकोट ब्लॉक अंतर्गत गल्ला गांव की आशा देवी की आशाओं में ग्रामोत्थान योजना से उसके भविष्य की आशाओं में पंख लग रहे हैं। कालसन बाबा स्वयं सहायता समूह से जुड़ी इस महिला ने जब गांव में होने वाली सामूहिक बैठक में सुना की बगैर ब्याज के 35 हजार रुपए मिल रहे हैं, जिससे गाय भैंस बकरी आदि पालकर अपने लिए आजीविका का साधन जुटाया जा सकता है। आशा ने बगैर देर किए गाय पालने के लिए अपने समूह में आवेदन कर दिया। यह एक ऐसा संयोग था कि आशा को परियोजना से रुपए मिलने के साथ ही एक गांव में उसे अच्छी दुधारू गाय भी मिल गई। इस गाय से अब आशा को 5 हजार रुपए की अतिरिक्त मासिक आमदनी होने लगी है । जहां पहले वह हाड़तोड़ मेहनत करने के बावजूद भी नहीं कमा पाती थी, अब वह डेयरी में दूध बेचने के साथ अपने बच्चों को घी, दही, मट्ठा भी खिला रही है, तथा उसके सब्जी आदि में खर्च होने वाले पैसों की भी बचत हो रही है। आशा को पहले ही प्रयास में मिली आशातीत सफलता से उत्साहित आशा एक और गाय का जुगाड़ करने में लगी है। आशा को मिली कामयाबी को देखते हुए अन्य महिलाएं भी प्रेरित हो रही है।