चंपावत ! ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना रीप एवं राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन एनआरएलएम को आपसी समन्वय व एक दूसरे के पूरक बनकर गरीब परिवारों के आय संवर्धन व ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए कार्य करना होगा, जिसके लिए निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए केवल धन खपाना ही नहीं बल्कि धरातल पर कार्य दिखाई देने चाहिए और योजना जिन लोगों के लिए बनाई गई है,उन्हें इस बात पर संतोष होना चाहिए कि सरकार द्वारा उनकी सुध लेकर उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का प्रयास किया जा रहा है “
यह बात परियोजना निदेशक विम्मी जोशी ने एनआरएलएम व रीप की संयुक्त समीक्षा बैठक में व्यक्त की। एक इमानदार अधिकारी के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने वाली महिला अधिकारी का साफ कहना था, कि हमारे पास साधन व संसाधन दोनों है, किंतु गाँव में आज भी गरीबी है, उन महिलाओं की स्थिति को देखें जिनके ऊपर से पति का साया उठ चुका है,तथा कई परिवार एसे है जिनमें कोई कमाऊ सदस्य नहीं है, इस प्रकार के गरीब परिवारों को सहारा देकर यदि वे सम्मान से जीवन जीने योग्य हो जाते है,तो उनकी ऐसी दुआएं मिलेंगी, जिसे रुपये से नहीं खरीदा जा सकता है।
समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने पात्र व्यक्तियों का चयन, कार्यक्रम के प्रति लाभार्थियों की समझ, क्रियान्वयन, प्रबंधन, एवं मूल्यांकन पर विशेष जोर देते हुए कहा कि कार्यक्रम कितना सफल हो रहा है,वे स्वयं लाभार्थियों से संवाद भी करेंगी।
इस अवसर पर जिला परियोजना प्रबंधक रीप शुभंकर झा ने रीप के जिला ,ब्लाक व फील्ड स्टाफ द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि फील्ड स्तर पर रीप व एन आर एल एम स्टाफ के आपसी समन्वय व तालमेल से लक्षित परियोजना गतिविधियों को ससमय सफलता पूर्वक क्रियान्वयन में तेजी आयेगी। समीक्षा बैठक में जिला थिमेटिक विशेषज्ञ, ब्लॉक मिशन मैनेजर,बाराकोट, लोहाघाट,पाटी, चंपावत,आईपीआरपी, बैंक सखी, समस्त सहायक प्रबंधक रीप, ब्लॉक रीप स्टाफ,एरिया कोर्डिनेटर, आर एफ सी उपासक आदि उपस्थित रहे!