चंपावत। वेतनवृद्धि समेत सात सूत्रीय मांगों को लेकर उपनल कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार जारी है। कर्मचारियों ने गुरुवार को कलक्ट्रेट परिसर में नारेबाजी कर रोष जताया। कहा कि जब तक मांगें नहीं मानी जाती आंदोलन जारी रहेगा। उपनल कर्मचारी संगठन के कुमाऊं मंडल अध्यक्ष संदीप कलखुडिय़ा के नेतृत्व में एकत्रित हुए कर्मचारियों ने कहा कि हाईकोर्ट ने 2018 में कर्मचारियों के हित में आदेश दिया था। जिसे लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने उपनल कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत बढ़ोतरी, पांच वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके कार्मिकों के पद सृजित करने, किसी भी कर्मचारी को सेवा से न हटाने मृतक आश्रित को नौकरी देने, माध्यमिक शिक्षा में कार्यरत प्रयोगशाला सहायकों को उच्च शिक्षा की तरह कुशल श्रेणी में बदलने, उर्जा विभाग में स्थगित महंगाई भत्ता बहाल करने की मांग दोहराई। इस दौरान पवन कुमार, मुकेश कुमार, लक्ष्मी दत्त, कमल सिंह माहरा, राकेश बिष्ट, चंचल जोशी, हेम पांडेय, हेम चंद्र खर्कवाल, अंबादत्त तिवारी, भूपेंद्र जोशी, ललित रंसवाल, त्रिलोक सिंह, गोपाल राम आदि मौजूद रहे। == टनकपुर में भी तीसरे दिन दिन दिया धरना टनकपुर : राजकीय महाविद्यालय में उपनल कर्मियों का तीसरे दिन भी धरना जारी रहा। उन्होंने सात सूत्रीय मांगो को लेकर नारेबाजी की। उन्होंने मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी। उपनल कर्मचारियों के आंदोलन को पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने भी अपना समर्थन दिया। गुरुवार को जोगेंद्र कुमार के नेतृत्व में कर्मचारियों ने मानदेय में बढ़ोतरी करने, सर्वोच्च न्यायालय में विचारधीन एसएलपी वापस लेने, हर वर्ष वेतन में 20 फीसदी की बढ़ोतरी करने आदि मांगें दोहराई। कांग्रेस के पूर्व विधायक हिमेश खर्कवाल ने अपना समर्थन देते हुए मौजूदा सरकार से उपनल कर्मचारियों का उत्पीडऩ बंद करने की मांग की। इस मौके पर दिनेश चंद, रजत शाही, भारत प्रकाश, पवन रावत, जितेंद्र सिंह, प्रवेश प्रकाश आदि मौजूद रहे।

By Jeewan Bisht

"द पब्लिक मैटर" न्यूज़ चैनल पर स्वागत है. यहां आपको मिलेगी उत्तराखंड की लेटेस्ट खबरें, पॉलिटिकल उठापटक, मनोरंजन की दुनिया, खेल-जगत, सोशल मीडिया की वायरल खबरें, फिल्म रिव्यू, एक्सक्लूसिव वीडियोस और सेलिब्रिटीज के साथ बातचीत से जुड़े रहने के लिए बने रहे "द पब्लिक मैटर" के साथ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!