लोहाघाट। जिले के मैदानी एवं पर्वतीय क्षेत्र में भारी वर्षा के चलते विभिन्न रोगों के फैलने की संभावनाओं को देखते हुए होम्योपैथिक चिकित्सा विभाग ने कमर कस ली है। हालांकि विभाग के जिले में मात्र तीन अस्पताल हैं जबकि कोरोना महामारी के दौरान होम्योपैथिक दवाएं आर्सेनिक एल्बम – 30 संजीवनी साबित होने से लोगों की जिले में और होम्योपैथिक चिकित्सालय खोलने की लगातार मांग की जा रही है। होम्योपैथिक चिकित्सा के निदेशक डॉ जेएल फिरमाल के निर्देशन एवं जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक नगरकोटी के दिशा निर्देशन में चिकित्सकों द्वारा विभिन्न स्थानों में चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए। टनकपुर, बनवास में लगातार शिविर आयोजित करने के बाद शनिवार को लोहाघाट के होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ उर्मिला बिष्ट के नेतृत्व में विभाग द्वारा हथरंगिया के पास ट्रेजरी रोड में शिविर लगाकर लगभग पांच दर्जन लोगों का उपचार, स्वास्थ्य परीक्षण एवं उन्हें दवाई दी गई। इस दौरान लोगों को डेंगू से बचाव हेतु दवा पिलाई गई तथा उबला हुआ पानी पीने, साफ सफाई रखने, घरों के आसपास पानी जमा न होने देने तथा रात को पुरे वस्त्र पहनने की हिदायत दी गई। शिविर के संचालन में फार्मासिस्ट उपेंद्रनाथ गुप्ता एवं भुवन उपाध्याय ने सहयोग किया।