चंपावत। राष्ट्रीय राजमार्ग में पीजी कॉलेज के समीप घायल पड़ी गौमाता को देखकर उस पर सहानुभूति तो सभी लोग व्यक्त कर रहे थे लेकिन विहिप के भुवन चन्द्र पाण्डे की पहल पर गौ सेवकों उक्त घायल गौमाता का उपचार कर उसे नया जीवन दिया। गौ सेवकों द्वारा गाय के वास्तविक मालिक की ढूंढ खोज की गई लेकिन ऐसा कोई व्यक्ति नहीं मिला जो उक्त गौमाता पर अपना दावा करे। विहिप के गौ सेवकों ने गाय को अपने संरक्षण में रखते हुए उसके इलाज व देख रेख की जिम्मेदारी खुद उठा ली है। पांडे का कहना है कि जिस गौमाता में तैंतीस करोड़ देवी देवताओं का वास होता है वह वास्तविक गौ भक्तों की परीक्षा लेती है और इसका गवाह ऊपर वाले के अलावा कोई नहीं होता है।