लोहाघाट। पीजी कॉलेज में सम्पन्न हुई पांच दिनी विभिन्न प्रतियोगिताओं के परिणाम घोषित किए गए। एसओसी स्काउट बीएस बिष्ट ने परिणामों की घोषणा की। आंल ओवर मेजवान पीजी कॉलेज चेम्पियन घोषित किया गया जब की रोवर में भी लोहाघाट ने पहला तथा हल्द्वानी दूसरे स्थान पर रहा। इसी प्रकार रेंजर में गोपेश्वर ने पहला तथा लोहाघाट ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। मार्च पास्ट व गणवेश में लोहाघाट प्रथम, हल्द्वानी दूसरा व हल्दूचौड़ तीसरे स्थान पर रहा। इसी प्रकार कलर पार्टी में गोपेश्वर, हल्द्वानी एवं लोहाघाट समूह गान में हल्द्वानी, लोहाघाट एवं गोपेश्वर, नाटक में लोहाघाट, पिथौरागढ़ एवं गोपेश्वर, गांठ एवं बंधन में लोहाघाट, हल्द्वानी एवं पिथौरागढ़, डीपी – 6 में लोहाघाट, हल्द्वानी एवं गोपेश्वर, ध्वज शिष्टाचार में हल्द्वानी, लोहाघाट एवं पिथौरागढ़,पुल व मचान निर्माण में हल्द्वानी, लोहाघाट एवं गोपेश्वर के प्रतियोगि क्रमशः पहले, दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे।
तम्बू निर्माण में हल्द्वानी, लोहाघाट एवं गोपेश्वर, हस्थकला प्रदर्शनी में लोहाघाट, हल्द्वानी एवं पिथौरागढ़, निबंध प्रतियोगिता लोहाघाट, गोपेश्वर एवं रुद्रपुर, समान्य ज्ञान में प्रथम व द्वितीय स्थान एमबी पीजी कॉलेज हल्द्वानी, तीसरे स्थान पर पीजी कॉलेज लोहाघाट रहा। पोस्टर प्रतियोगिता में पीजी कॉलेज लोहाघाट, पीजी कॉलेज सितारगंज व पीजी कॉलेज नागनाथ पोखरी, झांकी में पिथौरागढ़ ने पहला, लोहाघाट ने दूसरा तथा पीजी कॉलेज हल्द्वानी, पुरोला, थत्यूण, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हल्द्वानी, गोपेश्वर एवं लोहाघाट, इकोरस्टोरेसन व्याख्यान में पीजी कॉलेज लोहाघाट, गोपेश्वर एवं हल्दूचौड़ पहले तीन स्थान में रहे। प्राचार्य प्रो डॉ संगीत गुप्ता ने पुरुस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन डॉ दिनेश राम, डॉ सुनील कुमार एवं डॉ अनीता टम्टा ने किया। मेजवान स्वामी विवेकानंद पीजी कॉलेज लोहाघाट को चेम्पियन घोषित करने का श्रेय रोवर के नोडल अधिकारी डॉ दिनेश राम, रेंजर की नोडल अधिकारी डॉ अनीता टम्टा एवं स्काउट के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त डॉ सुनील कुमार को दिया गया। जिनके अनावरत प्रयासों से महाविद्यालय को यह उपलब्धि मिली है।
पूरे अनुशासन में बने रहें रोवर रेंजर।
लोहाघाट। पांच दिनों तक चले राज्य स्तरीय रोवर रेंजर समागम में सभी ने स्काउट गाइड के सिध्दांतों व मर्यादा का पालन किया। इस दौरान कही भी कुड़ा करकट, गन्दगी देखने को नहीं मिली। सभी ने मेजबान महाविद्यालय परिवार द्वारा उन्हें दिए गए सम्मान व पारिवारिक वातावरण के लिए सभी ने प्राचार्य तथा उनके सभी सहयोगीयों के प्रति कृतज्ञता अभिव्यक्त की ।