
लोहाघाट। कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा सेब के स्थान पर कीवी का उत्पादन बढ़ाकर किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए केंद्र में कीवी पौधों की कटिंग लगाने का किसानों को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। सोमवार को मौसम की खराबी के बावजूद भी किसानों एवं उद्यान विभाग के कर्मचारियों ने प्रशिक्षण में भाग लिया। केंद्र की उद्यान वैज्ञानिक डॉ रजनी पंत ने किसानों को व्यवहारिक प्रशिक्षण देते हुए बताया कि किस प्रकार कलम विधि से पौध तैयार की जाती है।
पौधों को लगाने के साथ फलत देने तक बरती जाने वाली सावधानियों की भी जानकारियां दी गई।पौध सुरक्षा वैज्ञानिक डॉ भूपेंद्र खड़ायत ने कीवी में नीमारोट जनित, रूटनार रोग को एक गंभीर समस्या बताते हुए पौधों के चयन एवं उसे रोग प्रबंधन की विशेष जानकारियां दी। जिससे उत्पादन में बढ़ोतरी की जा सके हालांकि मौसम की खराबी के कारण दो दर्जन किसान ही शामिल हो पाए लेकिन मौसम साफ होते ही किसानों द्वारा केंद्र की उद्यान वैज्ञानिक से एक बार फिर कीवी का प्रशिक्षण देने की मांग की जा रही है।
