लोहाघाट। आखिरकार आजादी के 75 वर्षों से पानी की प्यास बुझाने की मांग करते आ रहे सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों की खुशी उस समय देखने को मिली जब यहां चौमलेश्वर लिफ्ट पेयजल योजना के निर्माण के लिए जल निगम की सर्वे टीम ने सर्वेक्षण कार्य शुरू किया। यह खुशी उन महिलाओं के चेहरों में अधिक दिखाई दे रही थी जिनके पानी ढोते ढोते सर के बाल कम हो गए थे, माताओं बहनों की दिक्कतों को समझते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने 11 फरवरी को लोहाघाट में हुए ऐतिहासिक महिलाओं के (संगज्यू) सम्मेलन में उन्होने लिफ्ट पेयजल योजना की स्वीकृति दी थी। इस पेयजल योजना से मडलक, सेल्पेडू, गुरैली, मझपीपल, बगौटी, गुड़मांगल ग्राम पंचायतों के दो दर्जन गांवों की दस हजार की आबादी को लाभ मिलेगा पेयजल सुविधा के अभाव के चलते यहां से तमाम लोग पलायन भी कर चुके हैं।
ग्राम प्रधान मडलक भुवन भट्ट, ग्राम प्रधान सेलपेडू शिवराज़ कुमार, गणेश बोहरा, प्रेम सिंह, किशोर रावत, विमल सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य भीम पंत, हयात सिंह धौनी, पुष्कर धौनी पूर्व प्रधान बद्री सिंह, पूरन पंत, प्रवीण पाण्डेय, राजपाल सामंत, अनिल पांडेय, सहित ग्रामीणों का कहना है कि हमें अपने जन प्रतिनिधि मोहित पाठक तथा जिला पंचायत सदस्या प्रीति पाठक पर इस बात को लेकर गर्व है कि उनके द्वारा क्षेत्र में लोगों के जीवन की कठिनाइयों को दूर करने के जो प्रयास किए जा रहे हैं उसके लिए उनकी प्रशंसा करने हेतु हमारे पास शब्द नहीं है, यहां की 90 वर्षीय आमा भवानी देवी, पार्वती देवी और मनी देवी ने मुख्यमंत्री को अपना प्यार अपना दुलार व आशीर्वाद बांटते हुए कहा कि हमने तो जैसे तैसे अपना जीवन काट लिया है हम अपनी आंखों के सामने पानी की योजना बनते देख निश्चित तौर पर भगवान ने हमारी उम्र ही बड़ा दी है।