लोहाघाट। मीठे रीठे के चमत्कार के लिए प्रसिद्ध गुरुद्वारा श्री रीठा साहिब में चल रहे सालाना जोड मेले के दूसरे दिन देश विदेश से आए लगभग एक लाख तीर्थ यात्रियों ने मत्था टेका तथा मन्नतें मांगी । यहां दिल्ली से आए वचन सिंह , बाबा सुरेंद्र सिंह , बाबा हरविंद्र सिंह एवं गुरुद्वारा प्रबंधक बाबा श्याम सिंह के दिशा निर्देशन में लगभग पांच सौ से अधिक कार सेवक विभिन्न सेवाओं में जुटे हुए थे । जबकि पार्किंग से लेकर यातायात व्यवस्था बनाए रखने में कंधे से कंधा मिला कर सहयोग कर रहे थे ।बाबा श्याम सिंह के अनुसार मेले में उत्तराखंड के विभिन्न अंचलों के अलावा यूपी, दिल्ली, पंजाब , हरियाणा , राजस्थान के अलावा इंग्लैंड, अमेरिका , कनाडा आदि देशों से भी तीर्थ यात्री यहां आए हुए थे । पहली बार अमेरिका से आए गुरुबाचन सिंह का कहना था कि आज मेरा जीवन धन्य हो गया है गुरु घर में हुए चमत्कार को अपनी आंखों से देखने का अवसर मिला । गुरु घर में गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ की लड़ी जारी है । अमृतसर से ज्ञानी तीरथ सिंह के नेतृत्व में हजूरी रागी जत्था , नानकमत्ता साहिब से आए हरपेज सिंह , हजूरी कथा वाचक गुरसेवक सिंह , पंजाब डांडी जत्थे के ज्ञानी कुलवीर सिंह कामल इसी स्थान से डांडी जत्थे के ज्ञानी लखबीर सिंह , कविश्री जत्थे के लखबीर सिंह , पटना साहिब के ज्ञानी रंजीत सिंह , ज्ञानी इकबाल सिंह, नानकमत्ता के प्रधान जोगिंद्र सिंह संधू, सचिव अमरजीत सिंह द्वारा श्री गुरु नानकदेव जी महाराज जी द्वारा सरबत की भलाई के लिए किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला । एडीएम रिंकू बिष्ट एवं सी ओ वंदना वर्मा के नेतृत्व में पुलिस व प्रशासनिक अमला जूटा हुआ था । सी ओ वंदना वर्मा के अनुसार मेले में पूर्ण शांति व्यवस्था बनी रही। इस कार्य में गुरुद्वारा के कार सेवकों द्वारा पुलिस एवं प्रशासन को पूरा सहयोग दिया गया । दिन भर यहां तीर्थ यात्रियों की आवाजाही बनी रही। जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे एवं एसपी अजय गणपति बराबर मेले की व्यवस्थाओं पर निगरानी रखे हुए थे ।
यह भी गुरु का ही चमत्कार है ।
लोहाघाट । लोहाघाट से रीठा साहिब तक पुलिस की लाख कोशिशों के बाबजूद हवा की गति से चल रहे दोपहिया वाहन चालक खतरे बहुत बड़ा सबब बने हुए थे । पग पग में मौत मंडरा रही थी । गलत साइड में चलने के बाबजूद भी कोई जानलेवा दुर्घटना का न होना भी लोग गुरु कृपा ही मान रहे है ।