लोहाघाट । आज के दौर में जब हम विभिन्न कार्यालय, बैंक, पोस्ट ऑफिस, एलआईसी कार्यालय, बिजली कार्यालय,गैस कनेक्शन केवाईसी आदि के लिए के लिए भीड़ देखते हैं तो मन में विचार आता है काश यह चीजें घर बैठे भी हो जाती। कुछ ऐसा ही विचार लोहाघाट पाटन निवासी शशांक पाण्डेय को आया जब उनको अपनी हज़ारों रुपये की छात्रवृत्ति के लिए अलग अलग कार्यालयों में जाना पड़ा और समस्या का समाधान नही हुआ।
शशांक ने इसके बाद सरकार के डिजिटल इंडिया के तहत ऑनलाइन अपनी समस्या का समाधान करवाया।
उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय भारत सरकार को ऑनलाइन माध्यम से अपनी समस्या बतायी और समस्या बताने के महीने भर के अंदर भारत सरकार का उच्च शिक्षा मंत्रालय ऐक्टिव मोड में आया और उनकी छात्रवृति उनके खाते में पहुँच गई।
शशांक बताते हैं कि अब वह जितना अधिक हो उतना डिजिटल प्लेटफार्म का इस्तेमाल करके समस्या का समाधान करते हैं और लोगो को भी इस बारे में बताते हैं।
वही उन्होंने बताया कि ग्राम पाटन पाटनी में इस वर्ष जो नया मतदान केंद्र बना था उसमे भी उन्होंने ऑनलाइन साधन का ही प्रयोग किया था।नया मतदान केंद्र बनाने के लिए उन्होंने स्थानीय युवाओं को साथ लेकर ऑनलाइन मुहिम छेड़कर भारत निर्वाचन आयोग एवं ज़िला निर्वाचन आयोग को ऑनलाइन ईमेल के माध्यम से अपना शिकायती पत्र और मतदान केंद्र बनाने की माँग की जिसका संज्ञान लेते हुए इस वर्ष ग्राम पाटन में पंचायत घर कनेड़ा को नया मतदान केंद्र के रूप में स्वीकृति मिली।
उनके अनुसार जिस बैंक पासबुक में एंट्री करवाने के किए पढ़े लिखे लोग भी लंबी लंबी लाइन में लगे रहते हैं उसमें भी ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग करके घर बैठे मोबाइल में आप बैंक स्टेटमेंट देख सकते हैं। साथ ही बिजली , एलआईसी आदि की किस्त आदि भी सब ऑनलाइन माध्यम से जमा हो जाती हैं ।
उन्होंने बताया कि कुछ समय से गैस सिलिंडर केवाईसी के लिए गैस कार्यालयों में खूब भीड़ हो रही है जिससे लोग परेशान है। शशांक पांडेय ने बताया कि लोग घर बैठे भी ऑनलाइन ख़ुद से इस प्रक्रिया को पूरी कर सकते हैं जिसमें दो से तीन मिनट का समय मात्र लगता है। लोग इण्डियन आयल का एप डाउनलोड करके ख़ुद केवाईसी कर सकते हैं।
उनका कहना है कि आम जनता अगर ऑनलाइन प्लेटफार्म का उपयोग कर विभिन्न सेवाओं का लाभ ले तो अपनी ज़िंदगी बेहद आसान बना सकते हैं।