चंपावत। ज्ञानीसेरान चम्पावत में रामनवमी के अवसर पर कन्या पूजन के दौरान बच्चों ने पोस्टरों के माध्यम से समाज को बेटियों के प्रति समानता व सम्मान का भाव रखने व उन्हें नशे रूपी सामाजिक बुराई से दूर रखने का सन्देश दिया। संयोजक प्रवक्ता सामश्रवा आर्य ने जागरूक कर बताया कि किसी भी समाज,गांव, शहर या देश की तरक्की करनी है तो वहां की बेटियों व महिलाओं को सशक्त बनाने तथा उन्हें नशे रूपी सामाजिक कुरीति से दूर रखने के साथ ही उन्हें सम्मान देना भी बहुत जरूरी है। हमारे समाज में एक ओर तो बेटियों व महिलाओं को देवियों के रूप में पूजा जाता है, वहीं दूसरी ओर कुछ रीति-रिवाजों और परम्पराओं के नाम पर भेदभावपूर्ण कुंठित मानसिकता युक्त असमानता का व्यवहार भी किया जाता है।इसलिए बेटियों को आज अधिक से अधिक शिक्षित, सशक्त व जागरूक करने की आवश्यकता है, जिससे बेटियों के प्रति होने वाले अपराधों पर अंकुश लगने के साथ ही वे सामाजिक बुराइयों से भी दूर रह सकें। तथा इस पूजन पर्व पर बेटियों को मिलने वाला सम्मान सदा-सर्वदा आजीवन रह सके। अन्त में बच्चों ने ‘लाड़ली बिटिया का यही है कहना, बुरे व्यसनों से दूर हमें रहना आदि स्लोगनों से सामाजिक जनजागरूकता प्रसारित की। इस अवसर पर दृष्टि, इतीशा, गुंजन, मानवी, मानविका, वेणुका, उर्वशी, संस्कृति, शिक्षा, सोना, सपना, ममता, एकता, ललिता, पंकज, ईशान व प्रकाश आदि उपस्थित रहे।