
लोहाघाट।आज भले ही पहाड़ में पढे लिखने के बाद नौकरी मिलने पर पहाड़ में सेवा करने से पहाड़ के लोग ही कतराते आ रहे हैं। ऐसे लोगों को आजमगढ़ निवासी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली पूषा संस्थान नई दिल्ली में सेवारत प्रधान वैज्ञानिक डॉ ए के सिंह पहाड़ में सेवा देने के लिए किसी आदेश के इंतजार में बैठे हुए हैं ।दरअसल वर्ष 2004 से लगातार छह वर्षों तक लोहाघाट स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के सब्जी वैज्ञानिक रहे डॉ सिंह ने इस दौरान क्षेत्र में पॉलीहाउस,मल्चिंग,पॉलीटनल, टपक सिंचाई आदि से बेमौसमी सब्जियों के उत्पादन की जो तकनीक विकसित की उससे यहां के सैकड़ों किसान स्वाभिमान से अपना जीवन यापन कर रहे हैं।डॉ सिंह ने ऐसी तमाम तकनीक विकसित की जिसे देखने के लिए कुमाऊ से ही नहीं बाहरी क्षेत्रों से भी यहां लगातार किसान आया करते थे। यही नहीं बेल वाली सब्जियों के लिए ऐसी तकनीक अपनाई गई जिससे यहां प्रतिवर्ष कटने वाले सैकड़ों पेड़ भी बचते गए। किसानों के साथ इस वैज्ञानिक का ऐसा जुड़ाव बना रहा कि वे उनका सानिध्य ही भगवान का वरदान मानने लगे। स्वयं डॉ सिंह का कहना था कि वैज्ञानिक एंव किसान की जुगलबंदी ही देश को उच्च शिखर पर ले जा सकती है। किसान ईश्वर की ऐसी कृति है जो निस्वार्थ भाव से मां-बाप की तरह सब का पेट पाल रहा है। किसान की खुशी को ही अपने जीवन की सफलता मानने वाले डॉ सिंह आज भी लगातार यहां के किसानों से जुड़े हुए हैं। किसानों में उनकी लोकप्रियता आज भी इतनी बनी हुई है जिसके लिए अन्य लोग तरसते रहते हैं।
सीएम धामी द्वारा चंपावत को मॉडल जिला बनाने की घोषणा के बाद डॉ सिंह यहां आकर अपना योगदान देने के लिए तत्पर बैठे हुए हैं। उनका कहना है कि चंपावत जिले में बैमौसमी सब्जियों, मौन पालन,दुग्ध उत्पादन, जड़ी-बूटियों की खेती ,मत्स्य पालन,मुर्गी पालन समेत इंटीग्रेटेड फार्मिंग की अपार संभावनाएं हैं।लोगों के पास कम भूमि है लेकिन इंटीग्रेटेड फार्मिंग से उनके चेहरों में खुशहाली की मुस्कान लाई जा सकती है।डॉ सिंह का मानना है कि सीएम धामी के नेतृत्व में पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में डॉ चौहान, कृषि एवं बागवानी सचिव के रूप में डॉ पुरुषोत्तम आदि लोगों की ऐसी टीम है जो उत्तराखंड को हिमांचल से ऊपर ले जाने की सामर्थ रखते हैं। उनके पास वास्तविक विकास का ऐसा बीजन है जैसा सीएम चाहते हैं। ऐसे माहौल में,मै स्वयं यहां सेवा देने के लिए बेहद उत्सुक हुं। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष नवीन करायत, मोहन चंद पांडे, प्रगतिशील किसान तारा दत्त खर्कवाल, रमेश खर्कवाल,रघुवर मुरारी, महेश चंद्र डिक्टिया आदि तमाम किसानों का कहना है कि यदि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी डॉ सिंह को यहां लाते हैं तो निश्चित तौर पर यहां के लोगों की तकदीर एवं क्षेत्र की तस्वीर बदल जाएगी।