देवीधूरा। वाराही धाम में चल मेले की रौनक दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। चारों ओर मां वाराही के जयकारों की गूंज हो रही है। यहां पहुंचने वाला हर श्रद्धालु अपने ही अंदाज में मां वाराही के प्रति अपनी आस्था प्रकट कर रहा है। आज “जय हो वाराही माता, तेरी मैं आज पूजा करूंलो। खोलीखांड दुआ चौड़ में, आज चार खाम बग्वाल देखूंलो।” गीत पर लोग भक्ति भाव पूर्ण होकर अपने स्थान पर थिरकने लगे। मौका था कानीकोट निवासी शिक्षक पान सिंह मेहता “मासाब” और उनकी पुत्री रश्मि द्वारा स्वरचित एल्बम का जिलाधिकारी मनीष कुमार द्वारा बतौर मुख्य अतिथि मां वाराही को समर्पित करने का था। वाराही धाम देवीधुरा से ही इंटर तक की शिक्षा प्राप्त करने वाले मेहता ने उसे वक्त ही मां वाराही की महिमा को इस प्रकार प्रकट करने का संकल्प लिया था, जो आज साकार हुआ। जिससे मेहता के चेहरे की खुशी देखते ही बनती थी।
मेहता व उनकी पुत्री के इस गीत को दीपक कंडवाल द्वारा संगीत में बांधकर अनीता द्वारा एडिटिंग तथा हल्द्वानी के नंदा स्टूडियो द्वारा रिकॉर्डिंग की गई है। कैमरामैन के रूप में केदारनाथ के दीपक चमियाल ने सहयोग किया।जिलाधिकारी ने मेहता को बधाई देते हुए कहा आज यहां भक्ति एवं शक्ति के संगम से पैदा हुई आस्था ने हमारा उस दैवीय सत्ता से साक्षात्कार कराया है जिसकी कृपा दृष्टि पर संसार चल रहा है। इस अवसर पर मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व अध्यक्ष खीम सिंह लमगड़िया, आचार्य कीर्ति शास्त्री, चंदन सिंह बिष्ट, हिम्मत सिंगवाल, नरेंद्र गोस्वामी, खुशाल रावत, विपिन जोशी, राजेंद्र सिंह, बिशन सिंह चमियाल, मनोज महंत ने भी मेहता बधाई दी।
