चंपावत। लगता है उत्तराखंड में नशे का कारोबार जंगली आग की तरह फैलता जा रहा है। भले ही लोग यह सोच रहे होंगे कि नशे की आग हमसे बहुत दूर है। तो आप बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं। नशे के कारोबारी आपके आस पास पहुंच कर आपके परिवार के लोगों को इसका शिकार बनाने के लिए जाल बिछाये हुए हैं। यदि आपने समय से दिये में तेल नहीं डाला,तो बुझे हुएं दिये में तेल डालने का लाभ क्या होगा? मॉडल जिले की पुलिस ने उत्तराखंड को नशा मुक्त करने का जो अभियान छेड़ा है, उसमें उसे लगातार अभूतपूर्व सफलता मिलती जा रही है। टनकपुर पुलिस द्वारा एक रोज पहले 8 लाख रुपए मूल्य की चरस बरामद करने के बाद बहेड़ी उत्तर प्रदेश निवासी शकूर अहमद को एक करोड रुपए मूल्य की हीरोइन के साथ बनबसा में पुलिस एवं एसटीएफ के हत्या चढ़ गया।
यह जानकारी पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि मौजूदा साल में पुलिस ने अभी तक 16 करोड रुपए मूल्य के नशीले पदार्थ बरामद करने में सफलता प्राप्त की है।
पुलिस अधीक्षक ने ताजा बरामदगी में सहयोग करने में शामिल पुलिस क्षेत्राधिकारी वंदना वर्मा, बनबसा के थाना अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कोरंगा, एसटीएफ कुमाऊं बीसी जोशी, हेड कांस्टेबल महेंद्र गिरि, किशोर कुमार, ललित कुमार को इस सराहनीय प्रयास के लिए बधाई देते हुए जनपद के लोगों से अपील की है कि वह मौत के सौदागरों के विरुद्ध पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा बने। हालांकि पुलिस ने अपना तंत्र इतना सक्रिय किया है कि अपराधी गिरफ्त में आते जा रहे हैं। यदि लोग इस कार्य में सहयोग करें तो अपराधियों को जल्दी जेल भेजना और आसान हो जाएगा।
