लोहाघाट।आईटीबीपी की 36वीं वाहिनी के हिमवीर जहां सीमाओं की रक्षा में मुस्तैदी से जुटे हुए हैं, वहीं उनकी जीवन संगिनी पर्यावरण को सुरक्षित रखने एवं समाज को नशे से बचने के कार्य में अपना योगदान दे रही है। हिमवीर वाइव्ज वेलफेयर एसोसिएशन “हावा’ की चीफ पैटर्न अनुराधा ने पर्यावरण संरक्षण के लिए हर महिला को पौध लगाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा हरेला ऐसा पर्व है जब हम धरती माता के अहसानो को चुकाने के लिए उसके आंचल को हरा-भरा करने हेतु पौधारोपण करते हैं। उनका कहना था कि वृक्ष हमें सब कुछ देते हैं बदले में कुछ नहीं लेते,यदि हमारे लगाए पौधों से दूसरों को हवा, पानी व शकुन मिलता है तो, इससे बड़ा उपकार और क्या हो सकता है। उनका यह भी कहना था कि हिमवीरो की जीवनसंगिनी हमारा परिवार है जिसके दुख सुख में हम पूरी तरह एक दूसरे के पूरक रहते हैं। इस अवसर पर वाहिनी की मेडिकल ऑफिसर डॉ आसरा ने नशे से होने वाले नुकसानों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में वाहिनी के कमांडेंट संजय कुमार ने भी अपनी भागीदारी करते हुए कहा कि हम सबको धरती के श्रृंगार वृक्षों को स्वेच्छा से लगाने के लिए आगे आना चाहिए उन्होंने नशे से परिवारों को बचाने के लिए महिलाओं से आगे आने को कहा। बाद में वाहिनी परिसर में सामूहिक रूप से स्मृति पौध लगाए गए।