
पंचेश्वर (चम्पावत)। एंगलिंग के लिए एशिया महाद्वीप में अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाले सरयू, रामगंगा, पनार, काली एवं गोरी नदियों के संगम पंचेश्वर में विश्व मत्स्य प्रवाशन दिवस के अवसर पर विशेष स्वच्छता एवं दुर्लभ प्रजाति की महाशीर मछली के संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा की गई। महाशीर संरक्षण समिति के अध्यक्ष होशियार सिंह के नेतृत्व में एस एस बी के जवानों, यहां आये पर्यटकों एवं पर्यावरण के प्रति जागरूक लोगों ने पंचेश्वर के संगम एवं श्मशान घाट परिसर में स्वस्च्छता कार्य करने के उपरांत आयोजित गोष्ठी में कहना था कि पंचेश्वर की दुर्लभ प्रजाति की गोल्डन महाशीर मछली की विशिष्टता के कारण यहां देश-विदेश से एंगुलर आतें हैं जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के साथ महाकाली नदी के जल को स्वच्छ रखना संभव हुआ है। श्याम गुरुंग, संजीव, शंकर, बाबी, संजू, ओंकार, राज गड़कोटी, ग्राम प्रधान खीमानंद का कहना था कि पानी को स्वच्छ बनाये रखने के लिए मछलियां प्रकृति का ऐसा वरदान हैं जिन्हें हर हालत में सुरक्षित एवं संरक्षित किया जाना समय की एक ज्वलंत आवश्यकता बन गया है। वक्ताओं ने महाशीर संरक्षण के लिए एस एस बी एवं महाशीर संरक्षण समिति के प्रयासों को सराहा।
पंचेश्वर में स्वच्छता एवं मछलियों के संरक्षण पर जागरूकता पैदा करते लोग।