लोहाघाट । नारी हम सब के लिए साधारण महिला नहीं, नारायणी है। सनातन धर्म में शुरू से ही कुंवारी पूजन की परंपरा हमारे पूर्वजों से चली आ रही है। नारी को नारायणी मानने का संदेश देते आ रहे हैं । यही वजह है कि हम अपने घरों में रिद्धि-सिद्धि बनाये रखनें के लिए छोटी-छोटी बालिकाओं को देवी मानकर उनकी पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं । इसके पीछे हमारे सनातन धर्म की मान्यताएं रही हैं। कि जिस बालिका को हमने देवी मानकर पूजा है। आने वाले समय में वह किसी की मां ,गृह लक्ष्मी, सांस, भाभी ,मामी , चाची बन सकती है। उसके प्रति हमारी वही आस्था की भावनाएं बनी रहेगी । हमारे लिए तो वह नारायणी ही बनी रहेगी । यह बात मुख्यमंत्री ने लोहाघाट में उत्तराखंड की महिलाओं के प्रति समाज की श्रद्धा भावना बनी रहने एवं समाज में रिद्धि सिद्धि के लिए किए गए कन्या पूजन के अवसर पर व्यक्त किये। उन्होंने कहा नारी के कोख में छुपे विराट स्वरूप को हम जिस दिन समझने लगेंगे उसी दिन से हमारे उनके प्रति आस्था की भावनाएं पैदा होकर हमारे घरों का आचार विचार और संस्कार ही बदल जाएगा ।वह घर स्वर्ग के समान है। जहां वृद्ध महिलाएं की सेवा करते परिवार को उनका आशीर्वाद मिलता रहता है।