लोहाघाट- पाटी ब्लाक के अंतर्गत फुलाराकोट ऐसी ग्राम पंचायत है जिसकी आधी आबादी पनार नदी के पार अल्मोड़ा जिले में रहती है। स्थानीय राजनीतिक कारणों से यहां के लोग 10 वर्षों तक मताधिकार से वंचित रहे ।बाद में यहां के लोग अल्मोड़ा जिले के लिए वोट करने लगे। जबकि उनके मूल ग्राम पंचायत फुलारा कोट चंपावत जिले का हिस्सा है । । फुलारा कोट के सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल सिंह चौहान कहते हैं कि अपने राजनीतिक स्वार्थ के कारण विवाद करने वाले लोग जहां से आए थे वहीं चले गए हैं ।अब लौटकर नहीं आ सकते हैं ।अलबत्ता चंपावत जिले में अब जनता की बातों को जिस गंभीरता से सुना जा रहा है उसे यहां के लोगों को पक्का यकीन हो गया है कि अब उन्हें मूल ग्राम पंचायत से जुड़ने का अवसर मिलेगा ।उधर इसी जिले थापलागूठ ग्राम पंचायत है जहां आदि आबादी पनार पर यानी अल्मोड़ा जिले में शामिल है। हालांकि यहां के लोग वोट दे सकें इसके लिए थापलागूठ इस दफा मॉडल मतदान केंद्र भी बनाया गया है। पहले यह गांव चौड गुठ ग्राम पंचायत में शामिल था ।वर्ष 2013 में थपला गुठ ग्राम पंचायत से आस्तित्व में आई । यह बात अलग है कि यहां पहुंचने के लिए मतदान पार्टियों को लंबा सफर तय करना पड़ेगा ।जिसके लिए आज मतदान पार्टी अल्मोड़ा जिला होते हुए यहाँ पहुँचन ।इसी प्रकार अल्मोडा व चंपावत जिले का विभाजन करने वाली पनार नदी के पार सिव्योली ग्राम पंचायत भी है। जिसके लोग चंपावत जिले के लिए वोट देते है ।