लोहाघाट। नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय, जमदेशपुर, चातुर्वेद संस्कृत प्रचार संस्थान, काशी एवं स्वामी विवेकानन्द राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय लोहाघाट चंपावत के संयुक्त तत्वावधान में वर्चुअल राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। विषय था रामायण में सामाजिक समरसता, कार्यक्रम के आरंभ में डा अरविंद तिवारी जी द्वारा मंगलाचरण किया गया, मुख्य वक्ता राष्ट्र धर्म पत्रिका के संपादक प्रो ओम प्रकाश पांडेय ने प्रभु राम के अनेक महत्वपूर्ण प्रसंगों को उद्धृत किया, कहा कि पिता के वचनों का पालन करने वाला ही सच्चा धर्म परायण होता है।नेताजी सुभाष विश्विद्यालय के यशस्वी कुलपति प्रो गंगाधर पंडा जी ने अध्यक्षीय भाषण देते हुए रामो विग्रहवान धर्म: का स्पष्ट विश्लेषण किया, और श्रीराम के आदर्शो को हृदयंगम करने को प्रेरित किया। अयोध्या से जुड़े परम राम भक्त और सर्वदा राममय जीवन जीने वाले परमाध्यक्ष जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी विद्याभास्कर जी महाराज ने कार्यक्रम में जुड़कर आशीर्वचन प्रदान किए, और सभी को प्रभुराम का अनुसरण करने को कहा। कार्यक्रम का संचालन डा कमलेश शक्टा ने किया, इसके पूर्व संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रो हरि प्रसाद अधिकारी जी ने प्रस्ताविक भाषण दिया, और बताया कि इस वर्ष प्रत्येक एकादशी को वर्चुअल माध्यम से इस तरह के ज्ञानवर्धक गोष्ठियों का आयोजन वर्ष भर किया जायेगा। धन्यवाद ज्ञापन प्रो ज्योति प्रकाश स्वाई जी ने किया, कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम के सूत्रधार डा चंद्रकांत शुक्ल, डा अरविंद तिवारी, डा धनंजय मणि त्रिपाठी डा कीर्ति वल्लभ शक्टा, डा नवलता, डा गीता शुक्ला, डा उपेंद्र पाण्डेय सहित अनेक विद्वान व विदुषियां उपस्थित रहे।